जब वक्त होता है तो समझ नहीं आती जब समझ आती है तो वक्त नहीं होता
नहीं होगा कमजोर कभी तुम्हारा और हमारा रिश्ता यह वक्त की साजिश है कभी तुम मसरूफ कभी हम
वक्त गवाह है जो उस वक्त वक्त की वक्त में कदर नहीं करता तो वक्त भी वक्त में उसकी कदर नहीं करता
सबर रख ए बंदे अच्छा वक्त चला गया तो बुरा वक्त भी चला जाएगा
किसी के बुरे वक्त पर कभी मत हंसना क्योंकि वक्त चेहरा याद रखता है