Hindi Sad Shayari-हिंदी सैड शायरी
धुआं लकड़ी या यादों का दोनों ही सूरतओं में आंखें तो जलती है
मुझे याद रख अपनी याद में तेरी याद बंद करके रह जाऊंगी मैं
भूल जाना अभी खुदा की नियमत है वरना यादें तो इंसान को पागल कर दे
यह मोहब्बत भी अजीब रोग है जिसेबोलो जिसे भूलो सदा याद वही आया है