उदास रहने का मुझे कोई शौक नहीं बस तेरे साथ बिताए गए पल को मैं भूल नहीं पाता
मैं आखिर कौन सा मौसम तुम्हारे नाम कर देता यहां तो हर मौसम को गुजर जाने की जल्दी थी
वह पूछो जो मेरी उदासी का सबब तो मैं उदास रहना छोड़ दूंगी
कौन झांकेगा मेरी रूह की गहराई में कौन देखेगा मेरे जिसमें क्या टूटा क्या है
ज्यादा बोलने वाले ज्यादा हंसने वाले और ज्यादा रोने वाले दिल के बहुत साफ होते हैं पर अंदर से बहुत अकेले होते हैं
वह जो गम सुनकर कर भी हंसते थे और हंसाते थे उन यारों को ढूंढना la आज दिल उदास है बहुत