मिलता नहीं इतना गम दुख के तूफान के आ जाने से जितना दुख होता है सनम के चले जाने से
सारी खुशियां मिला कर देखी हैं तेरे जाने का गम ज्यादा है
वह कहते हैं मुस्कुराती बहुत हो हमने कहा यही तो राज है गम को छुपाने का
गमों का पानी इतना बढ़ गया कि दिल का बांध भी अब टूटने लगे